ड्रीम कम ट्रू / यामी गौतम ने चंडीगढ़ में लिया घर, 2016 में खरीद चुकी हैं 100 साल पुराना हैरीटेज होम

एक्ट्रेस यामी गौतम ने चंडीगढ़ में नया घर खरीदा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यामी अपने परिवार के कारण हमेशा से इस शहर में घर चाहती थीं। हिमाचल प्रदेश में जन्मीं यामी चंडीगढ़ में पली-बढ़ीं हैं। पिछले साल एक्ट्रेस ने ऑर्गेनिक फार्मिंग करने के लिए अपने फार्म हाउस का रुख किया था। 


डुप्लेक्स में बनाया रीडिंग स्पॉट


अहमदाबाद मिरर के मुताबिक, एक्ट्रेस के करीबी सूत्रों ने बताया है कि यामी ने हाल ही में एक चंडीगढ़ में एक डुप्लेक्स खरीदा है। शहर में यह उनका पहला घर है। बताया जा रहा है कि एक हफ्ते में उनका परिवार नए घर में शिफ्ट हो जाएगा। एक्ट्रेस ने इससे पहले 2016 में 25 एकड़ में निर्मित 100 साल पुराना हैरिटेज होम खरीदा था।


फिलहाल यामी के घर में इंटीरियर का काम चल रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक एक्ट्रेस ने पहले ही अपने लिए रीडिंग स्पॉट चुन लिया है। ‘विक्की डोनर’ से बॉलीवुड करियर की शुरुआत करने वाली यामी ‘गिन्नी वेड्स सन्नी’ की शूटिंग में व्यस्त हैं। ‘गिन्नी वेड्स सन्नी’में उनके साथ विक्रांत मैसी नजर आएंगे। वहीं, फिल्म का निर्देशन पुनीत खन्ना कर रहे हैं और विनोद बच्चन इसके निर्माता हैं।


फिल्मफेयर नॉमिनेशन नहीं मिलने पर जताई थी नाराजगी
फिल्मफेयर अवॉर्ड्स 2020 में नॉमिनेशन नहीं मिलने पर यामी ने खासी नाराजगी जताई थी। उन्होंने इंस्टा पर एक ओपन नोट में लिखा था कि, 'बाला' में मेरे परफॉर्मेंस की अनदेखी कर नॉमिनेट न किए जाने को लेकर आ रहे अनगिनत संदेशों के जवाब में मैं अपना नजरिया पेश करने की मजबूरी महसूस कर रही हूं। ईमानदारी से कहूं तो एक अवॉर्ड उपलब्धि और आत्मविश्वास को और मजबूत बनाता है। लेकिन नॉमिनेशन भी अपने आप में आपकी कड़ी मेहनत और टैलेंट के प्रति प्यार और सम्मान की पहचान है। जूरी के तौर पर काफी सीनियर और सिनेमा में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले लोग शामिल हैं और मैं उनका सम्मान करते हुए उनके दृष्टिकोण को स्वीकार करती हूं।


अंत में मैं बस इतना ही कहना चाहूंगी सिर्फ अनुभव आपको जिंदगी में आत्मविश्वास से लबरेज और मजबूत बनाते हैं। हकीकत में आपको अपने काम या खुद के लिए किसी के वेलिडेशन की जरूरत नहीं है। जिस तरह का प्यार इस साल मुझे फिल्म इंडस्ट्री, क्रिटिक्स, मीडिया, प्रतिभावान साथियों और खासतौर पर आप मेरी ऑडियंस से मिला, वह काफी है। यह मुझे सतत बेहतर काम करने के लिए प्रेरित करता है। यह मायने नहीं रखता कि आप कहां से आए हो, कौन हो...बस हार मत मानों और आगे बढ़ते रहो।



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